अभी मेरे इश्क़ में, और इम्तहान बाकि है।
अभी मेरे इश्क़ में, और इम्तहान बाकि है। अभी मुझमें, और थोड़ी सी, जान बाकि है। क्या कहते हो, कि डूब गया हूँ मैं, पश्चिम में। अभी तो पूरब का, सारा आसमान बाकि है। कल निकलूंगा, कहीं और, मैं भोर बनकर। अभी मेरे, कुछ और, अरमान बाकि है। क्यों कहतेRead More →